» Purity of speech, of the mind, of the senses, and of a compassionate heart are needed by one who desires to rise to the divine platform.
» जो लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें वाणी, मन, इन्द्रियों की पवित्रता और एक दयालु ह्रदय की आवश्यकता होती है.