Rahim Das Ke Dohe | रहीम दास के दोहे हिंदी अर्थ सहित
» रूठे सुजन मनाइए, जो रूठे सौ बार. रहिमन फिरि फिरि पोइए, टूटे मुक्ता हार.
» अर्थ : यदि आपका प्रिय सौ बार भी रूठे, तो भी रूठे हुए प्रिय को मनाना चाहिए,क्योंकि यदि मोतियों की माला टूट जाए तो उन मोतियों को बार बार धागे में पिरो लेना चाहिए.
Other Popular Thinkers
You May Be Interested In
Bollywood Wallpapers
Latest Shayari
Latest Jokes
Hair Care
Beauty Care