नेत्रों की समस्याएं
1 सूजे हुए नेत्र-
     निद्रा की कमी, अपौष्टिक भोजन, एलर्जी तथा शारीरिक गिरावट के कारण नेत्रों में सूजन सी आ जाती है और आंखें सूजी-सूजी सी या फूली हुई सी लगती हैं। इस समस्या के निवारण के लिए पानी का अधिक मात्रा में सेवन करें। सवेरे सबसे पहले एक गिलास पानी पीने से स्वास्थ्य लाभ होता है।
     इसके अलावा निम्न विधियां प्रयोग में लाएं-
     एक बड़ा आलू कद्दूकस पर कस लें और उसे दो भागों में बांट का सूती कपड़े में लपेट कर दो पैड बना लें तथा फूली हुई आंखों पर रखकर बीस मिनट विश्राम करें। यदि आप चाहें तो आप कच्चे आलू की फांकें काटकर भी आंखों पर रख सकती हैं। इसके प्रयोग से भी आंखों को आराम मिलता है।
     कैमोमाइल के फूलों को बीस मिनट पानी में उबालकर काढ़ा बना लें उसमें सूती पैड भिगोकर आंखों पर रखें। इससे भी आंखों की सूजन कम होती है।
2 नेत्रों की थकावट -
     आप अपने नेत्रों से दिन भर बिना रूके काम लेते हैं। इस कठिन परिश्रम के परिणामस्वरूप नेत्र थक जाते हैं। यह थकावट तेज हवा, तेज रोशनी, लगातार पढ़ने अथवा अधिक देर तक टेलीविजन आदि को देखने पर भी आ सकती है।
आंखों की हल्की मालिश से आंखों की थकावट दूर होती है। ध्यान रखिए, आंखों की मालिश अत्यंत हल्क हाथ से और कोमलतापूर्वक की जानी चाहिए क्योंकि नेत्रों के इर्द-गिर्द की त्वचा अत्यंत मुलायम होती है। आंखों की मालिश के लएि बादाम का तेल सबसे उपयुक्त है।
     मालिश के बाद अपनी दोनों हथेलियों को परस्पर रगड़कर गर्म कर लें और हथेली के निचले भाग को अपने बंद नेत्रों पर रखकर धीरे-धीरे दबाव डालें। हथेली की गर्मी आपकी आंखों को आराम पहुंचाएगी।
3 नेत्रों के इर्द-गिर्द झुर्रियां (क्रो’ज फीट) -
     नेत्रों के इर्द-गिर्द की त्वचा उत्यंत मुलायम होने के कारण उस पर झुर्रियां या धारियां पड़ जाना स्वाभाविक है। ये भाव प्रदर्शित करने वाली रेखाओं, सूखी त्वचा, बुढ़ापे, नेत्रों में ऐंठन आदि के कारण भी पड़ जाती है।
     जब भी आप धूप में बाहर जाएं चेहरे को सीधे सूर्य की ओर न रखें। ऐसाकरने से चेहरे की त्वचा को हानि पहुंचती है। विशेषकर नेत्रों के चारों ओर की त्वचा सिकुड़ने से भैंगापन भी आ सकता है। यदि आपको किसी कारणवश तेज धूप में रहना पडता है तो सिी उत्तम क्वालिटी का धूप का चश्मा पहलें जो चकाचैंध से नेत्रों को सुरक्षित रख सके।
क्रो’ज फीट से छुटकारा पाने के लिए निम्न विधि प्रयोग में लाएं-
     खुबानी का तेल 1 छोटा चम्मच
     बादाम का तेल 1 छोटा चम्मच
     व्हीट जर्म आॅयल 1 छोटा चम्मच
     तीनों तेल आपस में मिलाकर एक साफ शीशी में भर लें और कुछ बूंदें निकालकर नेत्रों के चारों ओर लगाएं। ये तेल आसानी से त्वचा में भीतर तक प्रवेश कर जाते हैं तथा त्वचा में निखार लाकर त्वचा की धारियां मिटाते हैं।
काले घेरे-
     अपके नेत्रों के इर्द-गिर्द काले घेरों की समस्या एनीमिया (खून की कमी) के कारण भी हो सकती है। इसके अलावा निद्रा की कमी, कमजोर पाचन शक्ति, स्वच्छ हवा का न मिलना, स्टार्चयुक्त भोजन की अधिकता तथा भोजन मं चीनी का अधिक भोग भी नेत्रों के नीचे काले घेरों का कारण हो सकते हैं।
     अपने भोजन का ध्यान रखिए। हरी पत्तेदार सब्जियां तथा ऐसे भोज्य पदार्थों का सेवन कीजिए जिनमें विटामिन-ए की मात्रा अधिक हो। जैसे-गाजर, शलजम, खुबानी आदि। इके अलावा प्रतिदिन आठ गिलास पानी का सेवन अवश्य कीजिए। काले घेरों से छुटकारा पाने के लिए आंखों के इर्द-गिर्द त्वचा पर बादाम के तेल की मालिश कीजिए। मालिश करते समय उंगलियां वृत्ताकार रूप में घुमाएं। इसके अलावा गुलाब, मेहंदी, सेज तथा एल्डर फ्लावर के फूलों के काढ़े से आंखें धोने से भी काले घेरों की समस्यादूर होती है। काढ़ा बनाने के िलए गुलाब के फूल (आप चाहें तो सेज, एल्डर फ्लावर के फूल प्रयोग कर सकती हैं) बीस मिनट तक पानी में उबालकर ठण्डा कर लीजिए और पानी छानकर आंखें धोने के लिए प्रयोग कीजिए।
रक्तपूर्ण आंखें-
     खून की तरह लाल आंखों के लिए अजमोद की पत्तियों को बीस मिनट तक पानी में उबालकर छान लीजिए और ठण्डा होने दीजिए। ठण्डा होने पर यह काढ़ा खून सी लाल आंखों को आराम पहुंचाने में बहुत सहायक होता है।