शुष्क बाल, निर्जीव तथा आसानी से उलझने वाले होते हैं। इनके सिरे सामान्यतया दो भागों में विभाजित होते हैं।
बालों में शुष्कता का प्रमुख कारण है तैलीय ग्रंथियों का निष्क्रिय होना। शैम्पू का अत्यधिक प्रयोग, हेयर ड्रायर आदि का आवश्कता से अधिक प्रयोग, पर्मिंग तथा रंगों का गलत प्रयोग, खराब मौसम का प्रभाव आदि बालों में शुष्कता उत्पन्न करने वाले कुछ अन्य कारण है।
सर्वप्रथम यह निश्चित कीजिए कि आप संतुलित आहार ग्रहण कर रहे हैं।
अपने सिर पर बादाम रोगन की मालिश कीजिए। मालिश करने से रक्त संचार बढ़ता है तथा तैलीय ग्रंथियां अधिक सक्रिय रहती है।
विभाजित सिरे वाले बालों (दो मुंह बाल) को छोटा करवा लीजिए।
बालों की ब्लीचिंग, डाइंग तथा कठोर पर्मिंग से भी शुष्क बालों को हानि पहुंचती है। अतः इससे बचे।
ब्रुश करते समय अच्छी क्वालिटी का ब्रिसल ब्रुश प्रयोग कीजिए और पीछे की और ब्रुश न करे।
शुष्क बालों के लिए किस प्रकार के शैम्पू और कंडीशनर का चुनाव करना चाहिए? शैम्पू और कंडीशनर का प्रयोग कैसे करना चाहिए? तथा प्राकृतिक संघटकों से शैम्पू और कंडीशनर कैसे बनाएं? यह जानकारी इसी अध्याय में आगे दी गई है।
कंघे और ब्रशबालों को सजाने-संवारने के लिए विभिन्न प्रकार के कंघे, कंघी तथा ब्रश की आवश्यकता पड़ती है। कंघे तथा ब्रश बालों की बनावट के अनुसार ही इस्तेमाल करने चाहिए।
बारीक दांतों वाली कंघी- इस कंघी के दांते 1/2‘‘ से 2‘‘ तक लम्बे तथा अत्यंत बारीक और छोटे होते हैं। ऐसी कंघी केवल हल्क, सीधे तथा छोटे कटे बालों में ही प्रयोग की जाती है। तम्बके तथा घने बालेमें में इसके प्रयोग से बाल टूटने की सम्भावना रहती है।
मोटे दांतों वाली कंघी- ऐसी कंघी के दांते मोटे तथा 2‘‘ तक लम्बे होते है। इसका प्रयोग बाब कट बालों, सीधे, हल्के तथा कन्धे तक के बालों में होता है।
खुले दांतों वाली कंघी- ऐसी कंघी के दांते मोटे, खुले और 1 1/2‘‘ तक लम्बे होते है। इस कंघी के दांते खुले होने के कारण बाल जल्दी सुलझ जाते हैं। यह कंघी लम्बे तथा सीधे बालों के लिए उपयुक्त है।
टैंगल कोम- इस प्रकार की कंघी के दांते 2‘‘ से 2 1/2‘‘ तक लम्बे और मोटे होते हैं यह सीधे, घुंघराले तथा भारी बालों के लिए उपयुक्त है।
टेल कोम- इस प्रकार की कंघी के दांते 1‘‘ लम्बे होते है। दांते बारीक और पास-पास भी होते हैं। इस कंघी का प्रयोग बालों में बैक काॅम्बिंग के लिए किया जाता है। इस कंघी का हत्था पूंछ जैा होता है जो सिरे पर नुकीला होने के करण बालों को दो भागों में बांटने या मांग निकालने के काम आता है।
बैक काॅम्बिंग-बैक काॅम्बिंग करने के लिए जिस स्थानल पर काॅम्बिंग करनी है वहां से थोड़े से बाल ऊपर की ओर उठाएं और सीधा पकड़ लें।
अब कंघ्ज्ञी से उठाए गए बालों को पीछे की ओर सेनीचे की ओर धीरे-धीरे लाएं और बैक काॅम्बिंग पूरी करें।
बालों में कंघी आरम्भ करते समय ऊपर से नीचे की ओर कंघी न करें। कंघी बालों के छोर से करें अैर बाल सुलझाते हुए बालों की जड़ तक पहुंचे।
जब बाल सुलझ जाएं तभी बालों में कंघी ऊपर से नीचे की ओर करें।
पहले खुले दांतों वाली कंघी तथा बाद में बारीक दांतों वाली कंघी करने से बाल कम टूटते हैं।
स्टाइलिस्ट ब्रश- सीधे तथा लम्बे बालों के लिए उपयुक्त यह ब्रश 2‘‘ से 4‘‘ तक भी चैडा हो सकता है। इसके दांते साधारण और नुकीले भी हो सकते हैं। वैसे दांतों के बीच अधिक स्थान वाले ब्रश उपयुक्त होते हैं।
स्ट्रेटनिंग ब्रश- ऐसे ब्रश के दांते बहुत कठोर होते हैं। यह हल्के घुमावदार बालों को सीधा करने के काम में लाया जाता है। बालों को हल्का गीला करने के बाद ब्रश को लगातार ऊपर से नीचे की ओर चलाएं। साथ-साथ हेयर ड्रयर भी चलाते रहें। इस प्रकार बाल सीधे हो जाएंगे।
रोलिंग ब्रश- ऐसे ब्रश गोल आकार का होता है तथा बालों को अंदर या बाहर की ओर घुमाने के काम आता है। बालों को रोल करने के लिए पहले बालों को थोडा गीला करें, फिर बालों को ब्रश पर लपेट कर ड्रायर द्वारा बालों को सुखाएं। बालों को सूखने पर ब्रश निकाल लें।
हेयर ब्रश गीले बालों में प्रयोग न करें बाल टूटने का डर रहता है। ब्रश बालों की जड़ों से अंत तक भली प्रकार करें। ऐसा करने से सिर की त्वचा में रक्त का बहाव ठीक रहता है। बालों की कोशिकाओं का भी