मनुष्य के सिर की त्वचा से खून चूसने वाली जूं भी बालों की दुश्मन है। जुएं अण्डों से एक सप्ताह बाद निकल आती है तथा दो सप्ताह बाद ही पूर्ण होकर बालों से चिककर रक्तपान करने लगती हैं। सिर में खुजली होती है तथा अधिक खुजलाने से सिर की त्वचा में घाव भी हो जाते हैं।
बालों की अधिकतर समस्याएं बाल साफ न होने के कारण होती हैं, इसलिए बालों को साफ पानी से भली प्रकार धोया करें।
बालों में जुएं को दूर करेने के उपचार-
बालों की अधिकतर समस्याएं बाल साफ न होने के कारण होती हैं, इसलिए बालों को साफ पानी से भली प्रकार धोया करें।
किसी अन्य ऐसी महिला का तौलिया, कंघी, ब्रश आदि प्रयाग नहीं करना चाहिए जिसके सिर में जुएं हों।
सिर धाोते समय अंतिम बार 2-3 बूंदें डेटाॅल डालकर सिर धोएं।
टेल्कम पाउडर में 0.2 प्रतिशत प्रेथरम डस्ट मिलाकर उसमें 10 प्रतिशत डी.डी.टी मिलाएं तथा रात को सोने से पहले सिर पर लगाएं और सिर पर तौलिया लपेट लें।
नारियल अथवा सरसों के तेल में 0.2 प्रतिशत लिंडैन, बी.एच.सी. या 0.1 प्रतिशत प्रेथरम के सत का घोल बना कर जूं मारने की औषधि तैयार की जा सकती है।
जूं से पीडित व्यक्ति के पास न बैठें अैर न ही उसके सिर से सिर मिलाएं।
जूं मारने की दवाएं बाजार में भी मिलती हैं। किसी अच्छी कम्पनी द्वारा निर्मित दवा का प्रयोग कर सिर की जुएं समाप्त की जा सकती है।
नींबू के रस में अदरक का रस मिलाकर लगाने से भी जुएं का प्रभाव होता है।
प्याज के रस में दही मिलाकर सिर पर मनले से भी जुओं से आराम मिलता है।