दुकानों के बारे में विशेष | Commercial Vastu Reception: Special Tips About Shops.
प्रश्नः पूर्वमुखी दुकान में दुकानदार को किस ओर बैठना चाहिए?
उत्तरः पश्चिम में पूर्व को और दक्षिण से उत्तर की ओर, फर्श ढलान बनवा कर, आग्नये में पूर्व की दीवार से परे, दक्षिण आग्नेय के दीवार से लगे हुए, दुकानदार को उत्तर की ओर मुंह कर के बैठ कर, अपने बायें हाथ की ओर (Cash Box) गल्ला रखना चाहिए।
प्रश्नः क्या उसी स्थल में पूर्वमुखी हो कर बैठ सकते हैं?
उत्तरः हां! बैठ सकते है। तब तिजोरी (Cash Box) या अल्मारी को बायीं ओर रख लेना चाहिए।
प्रश्नः क्या चबूतरे बनाकर बैठ सकते हैं ?
उत्तरः वैसे बैठना मना है। नीचे बैठना अगर पसंद है, तो कुर्सी और मेज डालकर बैठ सकते है। याद रखें कि किसी भी हालत में वायव्य कोण में न बैठे।
प्रश्नः पूर्वमुखी दुकान में क्या नैर्ऋत्या दिशा की ओर बैठा जा सकता है?
उत्तरः हां! नैर्ऋत्य में बैठा जा सकता है। उस दिशा में चबूतरा बनाकर, या कुर्सी-मेज डालकर पूर्व या उत्तर की ओर मुंह कर के बैठे सकते है। बैठने की जगह थोड़ी ऊंची कर के बैठना चाहिए।
प्रश्नः दक्षिण सिंह द्वार वाली दुकान में स्वामी को कहां बैठना चाहिए?
उत्तरः दक्षिण से उत्तर को और पश्चिम से पूर्व को फर्श ढलवान बनवा कर, नैर्ऋत्य में चबूतरा बनाकर, या कुर्सी-मेज डालकर, पूर्व की ओर मुंह कर बैठना चाहिए। तिजोरी को दायीं ओर रख लेना चाहिए। अगर उत्तर की ओर मुंह करके बैठे तो बायीं ओर तिजोरी रख लेनी चाहिए। दक्षिण सिंह द्वार वाले दुकान में आग्नेय, वायव्य और ईशान्य में बैठ कर व्यापार-धंधा नहीं करना चाहिए।
प्रश्नः पश्चिमी द्वार वाली दुकान में स्वामी कहां बैठे?
उत्तरः पहले फर्श पर पश्चिम से पूर्व को और दक्षिण से उत्तर की ओर ढलान बनवा कर नैर्ऋत्य (Raised Platform) में चबूतरा बनाकर या कुर्सी-मेज डालकर, अथवा नीचे भी उत्तर की ओर मुंह कर के बैठ सकते है। तब नगदी पेटी (Cash Box) बायीं की ओर रखना चाहिए। अगर पूर्व की ओर मुंह कर बैठना चाहें, तो तिजोरी को दायीं ओर लगा लेना चाहिए।
प्रश्नः मालिक के कमरो का द्वार किधर होना चाहिए?
उत्तरः पूर्व, उत्तर या पूर्व, उत्तर ईशान में द्वार हो। आग्नेय, नैर्ऋत्य और वायव्य में द्वार न हो।
प्रश्नः अगर दुकान के दो शटर हों तो किसे खोलना और किसे बंद रखना चाहिए?
उत्तरः पूर्व के भाग की ईशानी शटर को खुला रखना चाहिए। आग्नेय के शटर को बंद रखना चाहिए; या नहीं, तो दोनों खुला रख सकते है। ईशान्य शटर को बंद कर के कभी भी आग्नेय के शटर को नहीं खोलना चाहिए। अगर खोलें भी, उस राह से चलना नहीं चाहिए। राह बंद करने के लिए पार्टीशन बनाएं, या बोरी, या बेंच आडे रखने चाहिए।
प्रश्नः दक्षिण मुख्य द्वार वाला दुकान को, तो कौन सा शटर बंद किया जाए?
उत्तरः आग्नेय का शटर खोल कर नैर्ऋत्य बंद करना चाहिए; या दोनों को खुला रखें। परंतु नैर्ऋत्य शटर को खोल कर आग्नेय वाला कभी भी बंद नहीं रखना चाहिए। अगर खोलें भी, उधर रुकावट डाल कर चलना बंद करें।