« Home
वास्तु शास्त्र टिप्स | Special Vaastu Shastra Tips For Your Home in Hindi.
सीढि़यों का विस्तृत वर्णन | Detailed description of stairs.
प्रश्नः छत की सीढि़यों मकान के अंदर, या बाहरी बनायी जानी चाहिए?
उत्तरः सीढि़यां घर के अंदर या बाहर, पूर्व से पश्चिम, या उत्तर से दक्षिण की ओर चढ़ने योग्य बनानी चाहिए। पश्चिम से पूर्व को, या दक्षिण से उत्तर को, या दक्षिण से उत्तर को चढ़ने वाली सीढि़यां नहीं बनानी चाहिए।
- सीढि़यां हमेशा पश्चिम, या उत्तर के भाग की ओर ही होनी चाहिए।
- चढ़ते समय सीढि़यां हमेशा दायीं तरफ मुड़नी चाहिए।
- सीढि़यां हमेशा विषम संख्या में होनी चाहिए; अर्थात् यदि तीन से भाग दें, तो शेष 2 बचनी चाहिए।
प्रश्नः मकान के बाहर पूर्व-आग्नेय में सीढि़यां कैसे बनाएं?
उत्तरः पूर्व की चारदीवारी से दूर, उत्तर से दक्षिण की ओर चढ़कर, वहां घूमकर दक्षिण से उत्तर की ओर चढ़कर, पूर्व ईशान्य में निर्मित बरामदे से होते हुए, मंजिल के उच्च स्थान में प्रवेश करने योग्य सीढि़यां बनानी चाहिए। सीढि़यों के नीचे खंभा न बनाएं। बीम बनाना फिर भी ठीक होगा।
प्रश्नः पश्चिम की ओर नैर्ऋत्य में सीढि़यां कैसे बनायी जाए?
उत्तरः दीवार से परे होकर, उत्तर से दक्षिण को चढ़, वहां घूमकर, दक्षिण से उत्तर को चढ़कर, पश्चिम वायव्य में बनी बरामदे से होकर, मंजिल के अंदर उच्च स्थान में प्रवेश करना चाहिए। इस निर्माण में पश्चिम में बरामदा बन रहा है। इसलिए पूर्व में भी अवश्य बरामदा बनाना होगा।
Tags: सीढि़यों का विस्तृत वर्णन, Detailed description of stairs by vastu, Vastu Shastra for Staircase, Direction of Staircase as Per Vastu, Vastu for Stairs, vastu advice for stairs, stairs vastu in hindi, vastu shastra tips, vastu tips online, vastu shastra, vastu shastra popular articles, vastu for home, special vastu tips, what is vastu shastra, vastu shastra in india, वास्तु शास्त्र, vastu shastra in hindi