« Home
वास्तु शास्त्र टिप्स | Special Vaastu Shastra Tips For Your Home in Hindi.
प्रवेश द्वार की स्थिति ज्ञात करने के लिए वास्तु की सही विधि | Entry gate of home according to vastu.
पश्चिम दिशा में संभावित प्रवेश द्वारों की स्थिति
पश्चिम दिशा में संभावित प्रवेश द्वारों की स्थिति एवं उनके प्रभाव
- W1 - आयु एवं धन पर नकारात्मक प्रभाव।
- W2 - विचारों में अस्पष्टता एवं दूरदृष्टि के अभाव के कारण करियर में अस्थिरता। जीवन के महत्वपूर्ण आयामों में असुरक्षा की भावना, विशेष कर अपने नजदीकी संबंधों में.
- W3 - विकास में संपन्नता कारक, अविश्वसनीय परंतु दर्शनीय समृद्धि।
- W4 - ना कोई विशेष लाभ न ही हानि। एक संतुलित ढ़र्रे का जीवन। संतुष्ट एवं सहज जीवन यापन।
- W5 - अति महत्वाकांक्षी, बेहतरीन प्रदर्शन का पुजारी, उच्च प्राप्तियों की ललक के कारण सामंजस्य बिठाने में समस्याएं एवं तनावग्रस्त संबंधी।
- W6 - मानसिक अवसाद से ग्रस्त, अपनी बात नजदीकी संबंधों में रखने में असक्षम, मन ही मन घुटने का आदी।
- W7 - जीवन की छोटी-छोटी खुशियों से वंचित। जीवन में निराशाओं से भर कर मादक द्रव्यों में सुख को खोजता व्यक्ति।
- W8 - इस द्वार के प्रभावस्वरूप भवन निवासी अपने फायदे लिए उचित-अनुचित ढंगों को अपनाने में भी हिचक नहीं करते।
उत्तर दिशा में संभावित प्रवेश द्वारों की स्थिति
उत्तर दिशा में संभावित प्रवेश द्वारों की स्थिति एवं उनके प्रभाव.
- N1 - शत्रुओं से परेशान; कभी-कभी जान लेवा वार।
- N2 - बुरी नजर से लगातार हानि। ईष्र्या का प्रकोप।
- N3 - अत्यधिक धन प्राप्ति; नये नये कार्यों में लाभ। लगातार धन की वृद्धि। पुत्र लाभ।
- N4 - सभी दिशाओं से धन वर्षा। पुरखों से धन एवं जायदाद की प्राप्ति।
- N5 - धार्मिक स्वभाव बनने के कारण जीवन में आगे बढ़ने का जोश शांत हो जाता है।
- N6 - भवन निवासियों के विचित्र व्यवहार के कारण उनकी लोगों से दूरी बनने लगती है।
- N7 - कन्याओं का परम्पराओं से विश्वास उठना। विजातीय शादियां। अपने निर्णयों से हानि।
- N8 - बचत में वृद्धि। दैवी कृपा से जीवन में लगातार आगे बढ़ने की क्षमता।
वास्तु के अनुसार भवन में द्वार की स्थिति ज्ञात करने पर उपरोक्त प्रभाव जीवन में स्पष्ट रूप से दिखते है। आप आसानी से इन्हें, वहां रहने वाले लोगों के जीवन सोच एवं व्यवहार से मिलान कर सकते है। नये भवनों के निर्माण में इन प्रभावों को पैदा करके वांछित परिणाम प्राप्त कर सकते है।
Tags: वर्णानुसार भूमि परीक्षा, वर्ण के आधार पर भूमि का चयन किस प्रकार करें, How to select any land on the basis of Colour in Vastu, select plot by colour of soil, colour of soil and vastu, vastu shastra tips, vastu tips online, vastu shastra, vastu shastra popular articles, vastu for home, special vastu tips, what is vastu shastra, vastu shastra in india, वास्तु शास्त्र, vastu shastra in hindi, welcomenri