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About Rashtrapati Bhavan / राष्ट्रपति भवन के बारे में
राष्ट्रपति भवन को क्यों कहा जाता है रायसीना हिल्स, जानें- इस शानदार इमारत की खास बातें!
राष्ट्रपति भवन (रायसीना हिल्स) के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य | Amazing facts about Rashtrapati Bhavan - Raisina Hills
राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में स्थित भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास है और यह भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्मारकों में से एक है। राष्ट्रपति भवन चार मंजिलों का घर है और इसमें विभिन्न आकार के लगभग 340 कमरे हैं।
About Rashtrapati Bhavan लुटियंस दिल्ली की सबसे शानदार इमारत की बात ही कुछ और है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विस्तार की यह इमारत गवाह रही है.
राष्ट्रपति भवन परिसर में संग्रहालय, उद्यान, समारोह कक्ष, कर्मचारियों और अंगरक्षकों के लिए अलग से जगह भी निर्धारित है. आजादी से पहले इसे वायसराय हाउस भी कहा जाता था. लेकिन अब यह भारतीय जनतंत्र की सबसे शानदार इमारत है. इसमें उद्यान, संग्रहालय, औपचारिक हॉल, बड़े खुले स्थान, अंगरक्षकों और कर्मचारियों का निवास आदि शामिल हैं और क्षेत्रफल की दृष्टि से यह देश में राज्य के प्रमुख का सबसे बड़ा निवास स्थान है। राष्ट्रपति भवन का सबसे प्रमुख और विशिष्ट पहलू इसका गुंबद है जो इसकी संरचना पर लगाया गया है। आइये जानते है राष्ट्रपति भवन से जुड़ी खास बातें :-
राष्ट्रपति भवन (रायसीना हिल्स) तथ्य facts about Rashtrapati Bhavan - Raisina Hills
- राष्ट्रपति भवन इटली क्यूरनल पैलेस के बाद दूसरा सबसे बड़ा निवास स्थान है. इस इमारत को बनाने में पूरे 17 साल लगे थे. इसको 1912 में बनाना शुरू किया गया था और 1929 में इसे ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया गया. इसको बनाने में 29 हजार मजदूर और कर्मचारी लगे थे.
- इस इमारत में 300 कमरे हैं. शुरू में दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष यहीं पर रुकते थे.
- राष्ट्रपति भवनः 330 एकड़ में फैली है यह H आकार की इमारत. इस चार मंजिला इमारत में 340 कमरे हैं. 2.5 किलोमीटर का कॉरिडोर है. इस भवन के 190 एकड़ के हिस्से में सिर्फ बगीचे हैं.
- इसमें अभी 750 कर्मचारी काम करते हैं. 50 रसोइए नियुक्ति किए गए हैं. जो दुनिया भर के पकवान बनाने में महारत रखते हैं.
- इसे रायसीना हिल पर बनाया गया है, जिसे (रायसिनी और माल्चा) दो गांवों के नाम पर नाम दिया गया था और इस महल के निर्माण के लिए इन गांवों को हटा दिया गया था. इस इमारत को बनाने के लिए माल्च गांवों के रायसीनी परिवार के लोगों की जमीनें अधिग्रहीत की गई थीं. यह गांव पहाड़ी पक था. तभी से इसे रायसीना हिल्स कहा जाता है. इसको बनाने के लिए उस समय के वास्तुकार सर एडियन लैंडसीर लुटियन की सेवाएं ली गई थीं. जिन्होंने इस इमारत का नक्शा तैयार किया था.
- भगवान गौतम बुद्ध की चौथी–पांचवीं शताब्दी की प्रतिमा गुप्त काल के दौरान कला एवं संस्कृति के स्वर्ण युग से सम्बंधित है. यह प्रतिमा राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल के पीछे है. प्रतिमा जिस स्थान पर रखी गई है उसकी उंचाई इंडिया गेट के बराबर है.
- आजादी से पहले वाययराय यहीं रहते थे.
- राष्ट्रपति भवन के अंदर मुगल गार्डेन को हर साल फरवरी में आम जनता के लिए खोला जाता है जिसे देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं.
- इसके अलावा भी इसमें कई तरह के उद्यान हैं. जिसमें गोलाकार उद्यान सबसे ज्यादा खूबसूरत है.
- राष्ट्रपति भवन के बैंक्वेट हॉल में 104 मेहमान एक साथ बैठ सकते हैं. इसमें विशेष तरह की प्रकाश व्यवस्था की गई है. इस कक्ष में पूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीरें लगी हैं.
- राष्ट्रपति भवन के उपहार संग्रहालय में एक चांदी की कुर्सी रखी है जिसका वजन 640 किलोग्राम है. 1911 में लगे दिल्ली दरबार में जार्ज पंचम इसी कुर्सी पर बैठे थे.
- राष्ट्रपति भवन के अशोका हॉल में शपथग्रहण समारोह होता है. इस हॉल को भी अद्भुत तरीके सजाया गया है. इसमें फारस के शासक फतेह अली शाह की तस्वीरें लगाई गई हैं. इसके अलावा इटली के कलाकार कोलेन्नेनो के जंगल विषय पर बनाए गए कुछ चित्र भी हैं.
- राष्ट्रपति भवन में बच्चों के लिए दो दीर्घाएं बनाई गई हैं.
- हर शनिवार को सुबह 10 बजे आधे घंटे तक चेंज ऑफ गार्ड समारोह होता है. इसे देखने के लिए सिर्फ अपना फोटो पहचानपत्र दिखाना होता है.
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Published: 18 Apr, 2024, 10:30 AM IST | Updated: 18 Apr, 2024, 10:30 AM IST
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