» My grandfather once told me that there were two kinds of people: those who do the work and those who take the credit. He told me to try to be in the first group; there was much less competition.
» मेरे दादा जी ने एक बार मुझसे कहा था कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं : वो जो काम करते हैं और वो जो श्रेय लेते हैं . उन्होंने मुझसे कहा था कि पहले समूह में रहने की कोशिश करो , वहां बहुत कम प्रतिस्पर्धा है .