शाॅवर लेते या नहाते वक्त रूखी त्वचा के लिए 5 उपचार - 5 treatments for coarse skin while taking bathing or shower
संक्षेपण
रूखी त्वचा के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
सर्दियों में औसतन 37 डिग्री तक गर्म पानी से ही नहाएं।
अपने साबुन और फेसवाॅश को बदलना जरूरी होता है।
नहाने के बाद माॅइस्चराजिंग बाॅडी लाॅशन का करें उपयोग।
     नियमित स्नान हमारी त्वचा और स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि नहाने के तरीके का हमारी त्वचा पर काफी असर पड़ता है। यानि अगर हम सही प्रकार से नहीं नहायेंगे तो महंगे उत्पाद लगाने के बाद भी हमारी त्वचा को जरूरी पोषण नहीं मिलेगा। इसलिए शाॅवर लेते वक्त कुछ बातों का ध्यान रख, रूखी त्वचा को कोमल और सुंदर बनाये रखा जा सकता है। जानें कैसे।
     यूं तो रूखी त्वचा के अनेक कारण हो सकते हैं, लेकिन उनमें प्रमुख कारण मौसम में होने वाला बदलाव होता है। सर्दियों में रूखी त्वचा होना आम बात है, और यह काफी परेशान भी करती है। सर्दियों में तापमान में होने वाल परिवर्तन की वजह से शरीर की कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं। साथ ही त्वचा में तैलीय तत्व भी कम होता जाता है। इस दौरान गर्मियो में पसीने के साथ त्वचा से निकलने वाला प्राकृतिक आॅयल सर्दियों में निकलना बंद हो जाता है। जिस वजह से भी त्वचा में खुजली और रूखापन आ जाता है। यदि नहाते समय कुछ उपचारों का अनुसरण किया जाए तो त्वचा के रूखेपन को दूर किया जा सकता है। जाने नहाते वक्त रूखी त्वचा के लिए ऐसे ही 5 उपचार।
गर्म पानी से ज्यादा न नहाएं
सर्दियों के मौसम में ठंड से बचने के लिए लोग अकसर गर्म पानी से नहाते हैं। तापमान कम होने के कारण गर्म पानी होने पर भी उन्हें इसका अहसास नहीं होता। लेकिन, हमारी त्वचा इस बात को भांप जाती है। अधिक गर्म पानी हमारी त्वचा से नमी चुरा लेता है जिससे त्वचा रूखी हो सकती है और उसमें खुजली भी शुरू हो सकती है। इसलिए सर्दियों में भी शरीर के तापमान से अधिक यानी औसतन 37 डिग्री तक गर्म पानी ही इस्तेमाल करें। बुजुर्ग व्यक्तियों को इस मोसम में त्वचा के रूखेपन ओर खुजली की समस्या का सामना अधिक करना पड़ता है। इसका एक प्रमुख कारण उनकी त्वचा की कोशिकाओं का मृत होना भी होता है। इस वजह से ये लोग गर्म पानी से खूब नहाते हैं, जिससे उनकी त्वचा रूखी हो जाती है और खुजली भी शुरू हो जाती है। इसे ‘विन्टर ईच’ कहा जाता है।
नहाने के प्रोडक्ट
नहाने के अधिकांश उत्पादों में कैमिकल अधिक मात्रा में होते हैं। जो शरीर की रूखी त्वचा को और अधिक रूखा बन सकते हैं। रूखी त्वचा के साथ इनके इस्तेमाल से त्वचा खराब हो सकती है। इसलिए हानिकारक केमिकल युक्त पदार्थों के स्थान पर माइल्ड सोप या मिल्क, क्रीम, हल्दी पाउडर या बेसन व दूध का उपयोग करना बेहतर होता है। इसके साथ ही साधारण साबुन के बजाय आप क्रीम बाथिंग बार या माॅइस्चराजिंग बाॅडी वाॅशाक इस्तेमाल किया जा सकता है। इनके उपयोग से त्वचा में नमी आती है, वह सुंदर होती है ओर निखार भी बढ़ता है।
अपने साबुन और फेसवाश को बदलें
सर्दियों में आपको अपना फेसवाॅश भी बदल लेना चाहिए। इस मौसम में नमी कम होती है, इसलिए आपको ऐसे फेसवाॅश का उपयोग करना चाहिए, जिसमें माॅइस्चराइजिंग गुण हों। अगर आप अच्छे दर्जे के माॅइस्चराइजिंग फेसवाॅश का इस्तेमाल करते है, तो आपकी त्वचा में सूखापन नहीं आता और रोम छिद्र भी साफ हो जाते हैं। वहीं सामान्य फेसवाॅश चेहरे की त्वचा को साफ तो करता है, पर नमी को खत्म कर देता है।
नहाने के बाद माइस्चराजिंग बाॅडी लोशन
भले ही आप कितने ही अच्छे बाडी वाश का इस्तेमाल क्यों न कर लें, शरीर की त्वचा से कुछ मात्रा में नमी कम हो ही जाती है। इसलिए त्वचा की नमी बरकरार रखने के लिए नहाने के बाद माॅइस्चराजिंग बाॅडी लोशन का इस्तेमाल जरूर करें। अच्छे बाॅडी लोशन से आपकी त्वचा में नमी बनी रहती है। इसके अलावा आप नहाने से पहले आॅयल मसाज भी ले सकते हैं।
बबल बाथ न लें
बाथ टब में खूब सार बबल्स के साथ नहाने का मजा ही कुछ और होता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि आपके बाथ टब में मजूद ये ढेर सारे बबल्स, आपकी त्वचा की नमी को बरकरार रखने वाल की जरूरी तेलो को छीन लेते हैं और त्वचा को रूखा बनाते हैं। इसलिए बजाए बबल बाथ लेने के आप अपने स्नान में दलिया और दूध पाउडर का उपयोग करें। ऐसा करने से आपकी त्वचा का तेल बना रहेगा और रूखेपन की समस्या नहीं होगी।ै साथ ही नहाने के बाद त्वचा को खुद सूखने दें, इसे रगड़ें नहीं। रगड़ कर सुखने से त्वचा में रूखापन आ जाता है।
उपरोक्त उपचारों का नियमित पालन कर आप रूखी त्वचा की समस्या से छुटकार पा सकते हैं। ऐसा करने से न सिर्फ आपकी त्वचा का रूखापन खतम होता है, वह कोमल और कंातिमय भी बनती है।