नीम के फूलों की लुगदी बनाकर किसी भी प्रकार के त्वचा रोग पर लगाने से रोग दूर होता है, नीम का पेड़ कल्पवृक्ष के नाम से जाना जाता है, इसकी कोमल डंडियों से दातुन किया जाता है, नीम की पत्तियों को पीसकर रस निकालकर पीने से कई बीमारियाँ दूर होती हैं, इसके लेप से मुहाँसे और अन्य चर्म रोगों में लाभ होता है।
मोगरे के फूलों को अपने पास रखने से पसीने की दुर्गंध नहीं आती है। इसकी कलियाँ चबाने से महिलाओं को मासिक धर्म में होने वाली परेशानी कम होती है।
कमल की पंखुड़ियों को पीसकर चेहरे पर मलने से सुंदरता बढ़ती है।
इसी तरह गुलाब बहुत ही गुणकारी फूल है, लेकिन केवल देशी गुलाब, जो सिर्फ गुलाबी और लाल रंग का होता है और जो बहुत खुशबूदार होता है। गुलाब का तेल मस्तिष्क को ठंडा रखता है और गुलाबजल का प्रयोग उबटनों और फेसपेक में किया जा सकता है।