मुल्तानी मिट्टी को फुलर की मिट्टी भी कहा जाता है जो त्वचा के लिए कॉस्मेटिक गुणों से भरपूर होती है। मुल्तानी मिट्टी से त्वचा साफ हो जाती है और उसमें चमक आती है। मुल्तानी मिट्टी में मैग्नीशियम क्लोराइड होता है जो त्वचा पर आने वाली कमियों को दूर करता है और उसमें चमक प्रदान करता है। आजकल मार्केट में कई फेसपैक आते है जिनमें मुल्तानी मिट्टी मिली होती है लेकिन सबसे बेहतर यही होता है कि आप मुल्तानी मिट्टी से ही चेहरा धोएं।
मुल्तानी मिट्टी को डायरेक्ट चेहरे पर पेस्ट के रूप में लगाया जा सकता है। इसे लगाने से चेहरे की त्वचा पर किसी प्रकार का भी दुष्प्रभाव नहीं होता है आप चाहें तो घर पर ही मुल्तानी से फेस पैक का निर्माण कर सकती हैं। मुल्तानी मिट्टी, दही, क्रीम, नींबू का रस, गुलाब जल आदि को अच्छी तरह उचित मात्रा में मिला लें और इसे चेहरे पर लगाएं, इससे लाभ मिलेगा। यह चेहरे की त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाएं रखने का सबसे अच्छा और सस्ता तरीका है। मुल्तानी मिट्टी के कई लाभ निम्म प्रकार हैं :
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1) क्लींजर :
     मुल्तानी मिट्टी में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम क्लोराइड होता है जो चेहरे पर क्लींजर के रूप में काम करता है। अगर मुल्तानी मिट्टी को नियमित रूप से सही तरीके से इस्तेमाल किया जाएं तो इससे चेहरे की गंदगी हट जाती है और सारे बैक्टीरिया चेहरे से हट जाते है। वैसे आप मार्केट में आने वाले अन्य प्रोडक्ट से भी चेहरे को क्लीन कर सकती हैं लेकिन मुल्तानी मिट्टी से क्लीन करने पर आपके चेहरे की त्वचा नाजुक होने पर भी कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, यह शुद्ध गुणों से भरपूर होती है।
2) ऑयली स्कीन :
     अगर आपकी त्वचा तैलीय यानि ऑयली है और तो आपके चेहरे के लिए मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट सबसे फायदेमंद रहेगा। हर दिन सुबह या शाम को समय निकाल कर इसे अपने चेहरे पर पांच मिनट के लिए लगाकर सुखा लें। इससे त्वचा का तैलीयपन समाप्त हो जाएगा और त्वचा सही हो जाएगा। स्कीन में ऑयल होने से त्वचा के छिद्र बंद हो जाते है और इससे कील - मुंहासे व दाने निकलने लगते है। कई बार इस कारण ब्लैकहैड्स और व्हाइट हैड्स भी हो जाते है, परन्तु मुल्तानी मिट्टी के इस्तेमाल से यह समस्या आसानी से दूर हो जाती है।
3) स्क्रबर :
     मुल्तानी मिट्टी का उपयोग चेहरे पर स्क्रबर के रूप में भी किया जा सकता है। इससे स्क्रब करने से ब्लैकहैड्स और व्हाइटहैड्स आसानी से निकल जाते है और त्वचा को किसी प्रकार का कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता है। त्वचा की नियमित देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग सबसे बेहतर उपाय है।
4) कॉम्पलेक्शन :
     चेहरे पर टैनिंग हो या रंग गेंहूआ होता जा रहा हो, तो मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल लाभकारी होता है। परन्तु इसे लगाने से एक या दो दिन में तुरन्त आराम नहीं मिलती है बल्कि का इसका नियमित उपयोग करना पड़ता है। अगर चेहरे पर किसी प्रकार के दाग - धब्बे हों या रैशेज हो जाएं तो भी मुल्तानी मिट्टी को बिना किसी समस्या के लगाया जा सकता है। यह सबसे उपयोगी गुण होता है।
5) टेक्सचर :
     मुल्तानी मिट्टी, स्कीन के टेक्सचर को इम्प्रुव करने के काम आती है। अगर आपकी त्वचा पर सफेद दाग हो या किसी प्रकार के धब्बे पड़ने लगे तो मुल्तानी मिट्टी का उपयोग किया जा सकता है। इसे लगाने से त्वचा में चमक और रंगत आती है। मुल्तानी मिट्टी से स्कीन टोन भी अच्छा होता है। जिन लोगों को ड्राई स्कीन का प्रॉब्लम है वह भी मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते है लेकिन सर्दियों के दिनों में उन्हे इसके उपयोग से बचना चाहिए वरना चेहरे पर रूखापन आ सकता है। कुल मिलाकर, मुल्तानी मिट्टी सबसे अच्छा फेसपैक, क्लींजर, स्क्रब होता है यानि ऑल इन वन।