नाखून की संरचना भी बालों के समान होती है। यह भी केराटिन नामक प्रोटीन तत्व से बनते हैं। यह त्वचा केनीचे नेल बेड पर जडत्रे रहत हैं। नाखून जितना ब़ा होता है उसके टूटने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है।
     हाथ की उंगलियों के नाखून प्रति सप्ताह में एक मिलीमीटर तथा पैर की उंगलियों के नाखून सप्ताह में आधे मिलीमीटर के हिसाब से बढ़ते हैं। तनाव, बीमारी तथा अनियमित खानपान के कारण नाखून के बढ़ने की गति कम या बिल्कुल ही बंद हो सकती है।
     स्वास्थ्य ठीक न होने की दशा में नाखून ओजहीन तथा कुरकुरे से हो जाते हैं। अतः नाखूनों को स्वस्थ तथा चमकदार रखने के लिए संतुलित आहार आवश्यकत है। हरी सब्जी, मछली, अण्डा इत्यादि नाखून के स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त आहार है।
नाखूनों की समस्याएं
हैंग नेल्स ;भ्ंदह छंपसेद्ध -
     यह वह स्थिति है जब नाखून के किनारों का उपचर्म छिलके के समान अलग होकर सूजन और जलन पैदा करता है। इनके उपचार के लिए अधिक मात्रा में विटामिन-सी तथा प्रोटीन का सेवन करना चाहिए।
स्टेण्ड नेल्स ;ैजंपदमक छंपसेद्ध -
     नेल पाॅलिश और नेल पाॅलिश रिमूवर प्रयोग करने के कारण अक्सर नाखून बदरंग या धब्बेदार हो जाते है। यदि धब्बे हल्के हों तो ब्रश से उन पर दिन में दो बाद नींबू का रस लगाइए। गहरे धब्बे हों तो उन्हें हटाने के लिए निम्न विधियां प्रयोग में लाएं
     ग्लिसरीन 1 छोटा चम्मच
     गुलाब जल 5 छोटे चम्मच
     हाइड्रोजन पैराॅक्साइड (5 वाॅल्यूम) 4 छोटे चम्मच
     उपरोक्त सामग्री मिश्रित करके नेल ब्रश् की सहायता से नाखून पर लगाइए। निरंतर प्रयोग से नाखूनों के धब्बे साफ हो जाएंगे।
     आॅरेंज फ्लावर वाॅटर 3 बड़े चम्मच
     लेमन जूस 1 छोटा चम्मच
     दोनों को आपस में मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को प्रयोग करने से नाखूनों की ब्लीचिंग होती है तथा वे मजबूत बनते हैं।
नाखूनों को स्वस्थ और मजबूत रखने के कुछ नायाब नुस्खे
     1 व्हाइट आयोडीन- नाखूनों को कुछ देर हल्के गुलगुने पानी में भिगोएं। तत्पश्चात उन पर व्हाइट आयोडीन से पेंट कीजिए। इससे नाखून मजबूत और चमकदार बनेंगे।
     2 अरंडी का तेल और ग्लिसरीन- अरंडी का तेल तथा ग्लिसरीन के बराबर-बराबर मात्रा आपस में मिलाकर उंगलियों के पोरों तथा उपचर्म (चमड़ी की झिल्ली) पर मलिए। इससे भी नाखून मजबूत व चमकदार बनेंगे।
     3 एलम की पत्तियां- एलम वृक्ष की पत्तियां लेकर गर्म पानी में डालकर काढ़ा बना लीजिए। इस काढ़े को ठण्डा करके अपने पास रख लें और प्रतिदिन तीन सप्ताह तक अपनी उंगलियां इसमें डुबोते रहिए। इस उपचार से नाखूनों का कुरकुरापन ठीक हो जाता है।
     4 क्यूटीकल क्रीम- दो बड़े चम्मच शुद्ध पेट्रोलियम जेली को गर्म करके उसमें आधा छोटा चम्मच ग्लिसरीन मिश्रित कर लें। उत्तम क्यूटीकल क्रीम तैयार है।
     5 लैनोलिन क्यूटीकल क्रीम- दो बड़े चम्मच लैनोलिन में दो छोटे चम्मच चीनी मिट्टी की मात्रा मिश्रित कर पेस्ट तैयार कर लीजिए और नाखूनों पर लगाइए। यदि आप चाहें तो बिना चीनी मिट्टी मिलाते हुए शुद्ध लैनोलिन का भी नाखूनों पर प्रयोग कर सकती है।
     6 नेल पाॅलिश तथा नेल पाॅलिश रिमूवर का अत्यधिक प्रयोग नाखूनों का तेल सुखाकर नाखूनों को कुरकुरा सा बना देता है। अतः या तो ग्लिसरीन मिश्रित रिमूवर का प्रयोग कीजिए या नाखूनों की पाॅलिश हटाने के पश्चात नाखूनों पर ग्लिसरीन लगाइए। ग्लिसरीन नेल पाॅलिश रिमूवर से नाखूनों की रक्षा करती है।
दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए प्राकृतिक क्लीन्जर, माउथवाॅश तथा ब्रेथ फ्रेशनर बनाने की कुछ विशिष्ट विधियां
1- नमक तथा बाई कार्बोनेट आॅफ सोडा
     बाई कार्बोनेट आॅफ सोडा 3 बड़े चम्मच
     नमक 3 बड़े चम्मच
     बाई कार्बोनेट आॅफ सोड़ा तथा नमक को आपस में मिलाकर पाउडरनुमा मिश्रण बनाकर एक जार में जमा कर लें। इसे टूथ पाउडरके समान ब्रश लगाकर प्रयोग करें। इसके प्रयोग से दांत पर जीम निकोटीन की परत भी साफ हो जाती है। संतरे तथा नींबू के छिलके का पिसा हुआ चूरा उपरोक्त मिश्रण में मिलाकर लगाने से दांतों पर चमक आती है।
2- जली हुई डबलरोटी के साथ लौंग का तेल-
     जली हुई डबलरोटी को मसलकर महीन चूर्ण बना लें अैर उसमें लौंग का तेल मिलाकर पेस्ट सा बना लीजिए। इसपेस्ट को ब्रश पर लगा कर दांत साफ कीजिए। यह देखने में आकर्षक न होने के बावजूद दांतों की सफाई और दाग-धब्बे हटाने के लिए बहुत प्रभावकारी नुस्खा है। ब्रश करने के बाद अच्छी तरह मुंह धोइए तथा दांतों के बीच में फंसे हुए डबलरोटी के काले टुकड़े टूथपिक की सहायता से निकाल लीजिए।
3- जली हुई डबलरोटी और शहद-
     जली हुई डबलरोटी को मसलकर महीन चूर्ण बना लें और उसमें शहद मिलकार पेस्ट बना लीजिए। इस पेस्ट को ब्रश पर लगा कर दांत साफ कीजिए। ब्रश करने के बाद अच्दी प्रकार मुंह धोइए तथा दांतों के बीच में फंसे हुए डलबरोटी के काले टुकड़ों को टूथपिक की सहायता से निकाल दीजिए।
4- स्ट्राबरी-
     दांतों को स्वच्छ रखने तथा उन पर पाॅलिश करने के लिए दांतों पर स्ट्राबरी रगडि़ए। सांसों में महक लाने के लिए कुचली हुई स्ट्राबरी दांतों पर ब्रश द्वारा लगाकर सफाई करें। पिसी हुई स्ट्राबरी के पाउडर से भी दांतों को ब्रश किया जा सकता है।
5- सेज की पत्तियां-
     सेज की पत्तियां चूसने या दांतों पर रगड़ने से दांतों को लाभ होता है। दांतों पर लगी गंदगी साफ होती है। मसूड़े मजबूत बनते हैं दांतों पर सफेदी तथा मोती जैसी चमक आ जाती है।
6- नमक और पानी का घोल-
     नमक तथा पानी का पेस्ट दांतों पर चलने से धूम्रपान के दाग छूट जाते हैं। परंतु इसका प्रयोग कभी-कभी करना चाहिए, वरना दांतों का इनैमल नष्ट होने का भय रहता है।
7- सेज माउथवाॅश-
     एक बड़ा चम्मच सूखी सेज या 1/2 कप सेज की पत्तियां पन्द्रह मिनट तक गर्म पानी में भिगोइए, तत्पश्चात पानी निकालकर ठण्डा कर लीजिए। यह जल गरारे तथा माउथवाॅश के काम में लाइए। यह सांसों की बदबू दूर करता है और मसूड़ों से खून रिसना रोकता है।
8- लैवेन्डर माउथवाॅश-
     एक कप लैवेन्डर के फूलों को गर्म पानी मंे प्रन्दह मिनट के लिए भिगोइए। इसका पानी निकालकर ठण्डा कीजिए और माउथवाॅश की तरह इस्तेमाल कीजिए।
9- लोहबान का माउथवाॅश-
     सादे पानी में लोहबान मिलाकर घोल तैयार कर लें और माउथवाॅश की तरह प्रयोग करें। यह माउथवाॅश कीटाणुओं को नष्ट करता है तथा मसूड़ों से रिसता हुआ खून रोकता है। इसकी सुगन्ध भी मनमोहक होती है।
10- तुरन्त सुवासित सांस-सुगन्ध-
     लौंग, इलायची या मुलहटी चूसने से सांस की दुर्गन्ध तुरन्त ठीक हो जाती है। इसी प्रकार अजमोद की टहनी चूसने से भी फायदा होता है।
11- s दातुन-
     नीम की डंडी चबाकर दांत साफ करने की युक्ति संसार के कई भागों में प्रचलित है। दांतों से चबाकर डंडी को ब्रश का रूप देने के बाद जितनी देर तक इस डंडी को चबाया जाए, उतना ही लाभ मसूड़ों तथा दांतों को मिलता है। दांस साफ होकर चमकने लगते हैं।
     बहुधा यह देखा गया है कि ब्रश से दांतों की ठीक से सफाई नहीं हो पाती है। एक मिनट से भी कम समय के लिए ब्रश करके टूथपेस्ट का मात्र स्वाद ही चखा जा सकता है। अतः ऐसी स्थिति में दांतुन चबाकर दांतों की अच्छी तरह सफाई की जा सकती है।