कैशलेस भुगतान के फायदे व नुकसान | Cashless transaction advantage and disadvantage
कैशलेस से जीवन आसान होगा और विकास की गति में तेज़ी आएगी | नोटबंदी के बाद Cashless होने से देश की अर्थव्यवस्था में अधिक सुधर आएगा | कैशलेस से मतलब है की हर प्रकार का लेन-देन ऑनलाइन माध्यमो के द्वारा करना और बिना कैश के हर काम को आसानी से निपटाना | भारत के बहार कई देशो में कैशलेस अर्थव्यवस्था है, कैशलेस अर्थव्यवस्था में क्या है फायदे जाने
कैशलेस के फायदे
1.टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी : कालेधन और भ्रष्टाचार की समस्या की वजह से सरकार ज्यादा इनकम टैक्स संग्रह नहीं कर पाती है. सरकार के इनकम टैक्स का बड़ा स्त्रोत नौकरीपेशा वाले शख्स है जबकि कारोबारी समुदाय अपनी आय छुपाने में काफी हद तक कामयाब हो जाते हैं. जब लोगों के आय व्यय की जानकारी ऑनलाइन हो जायेगी तो सरकार राजस्व में बढ़ोतरी करने में कामयाबी हासिल कर सकती है.
2. त्वरित भुगतान : कैशलेस इकोनॉमी होने की वजह से त्वरित भुगतान किया जा सकता है. किसान, कारीगर व छोटे कारोबारी आसानी से भुगतान कर सकते हैं.
3. भ्रष्टाचार : भारत जैसे बड़ी आबादी व विशाल देशों में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाना आसान नहीं है. कैशलेस इकोनॉमी की वजह से भ्रष्टाचार में कमी आ सकती है क्योंकि भारत में ज्यादातर भ्रष्टाचार की गतिविधयां कैश में होती है. लोग सरकारी महकमें में ऑफिसर को घूस कैश में देते हैं. डिजिटल होने से पैसे की ट्रांसफर की सूचना आसानी से लगायी जा सकती है. आंकड़े बताते है कि जिन देशों ने कैशलेस इकोनॉमी अपनाया है वहां भ्रष्टाचार बेहद कम है.
4. आर्थिक समावेश : कैशलेस अर्थव्यवस्था में सरकार न्यूनतम मजदूरी संबंधी कानूनों पर निगरानी रख सकती है. छोटे जगहों पर जहां बैकिंग की सुविधा नहीं है वहां आसानी से ई पेमेंट व मोबाइल बैकिंग के माध्यम से भुगतान की जा सकती है. कल्याणकारी योजनाओं का फंड सीधे लोगों के अकाउंट में पहुंचाया जा सकता है.
5. ब्याज : घर में नकदी रखने से ब्याज नहीं मिलता, लेकिन अगर आप बैंक में नकदी रखतो है तो आपको जरुर अच्छा ब्याज मिलेगा। बैंक में रखे पैसों से आपको विकास में मदद मिलेगी। नकदी रखने के लिए सरकार को काफी खर्च करना पड़ता है। कैशलेस लेनदेन से नकदी रखने के खर्च में बचत होगी।
नुकसान
साइबर फ्रॉड : देश में साइबर सिक्युरिटी के पुख्ता इंतजाम नहीं है. ऐसे हालत में लोगों के अकाउंट से पैसे चोरी होने का खतरा बना रहेगा. हालांकि भारत सरकार दूसरे देशों के साथ मिलकर इस पर काम कर रही है.
कैशलेस के वक्त रखें इन बातों का ध्यान
यूं तो कैशलेस को अब काफी सिक्योर बनाया गया है लेकिन इसके बाद भी फ्रॉड होते रहे हैं। ऐसे में आपको कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतना चाहिए, जिससे आपका कैशलेस ट्रांजेक्शन सेफ एंड सिक्योर हो।
1. कैशलेस सिस्टम आसान है लेकिन सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इसमें लगातार फ्रॉड का खतरा बना रहता है।
2. संदिग्ध ईमेल न खोलें, बैंक के नाम से मिलती जुलती वेबसाइट पर न जाएं।
3. अपनी जरूरी जानकारी शेयर न करें, जैसे एटीएम पासवर्ड या पिन नंबर।
4. पब्लिक WIFI का इस्तेमाल कैशलेस ट्रंाजेक्शन के लिए न करें ना ही मनीट्रांसफरकरें।
5. मोबाइल वॉलेट से ट्रांसफर करत वक्त सही जानकारी दें।
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