गृह वास्तु विचार | Residential Value
रसोई घर एवं चूल्हा
प्रश्नः रसोई एवं चूल्हे के लिए सही जगह कौन सी है?
उत्तरः घर में आग्नेय कोने में रसोई एवं चूल्हा लगाना उत्तम है। परंतु पूर्व के दीवार में खोल बना कर उसमें चूल्हा नहीं बनाना चाहिए। इससे कमरे का पूर्व - आग्नेय अग्रेत हो जाएगा। यह दोषकारक है। चूल्हा ऐसे बनाएं, जिससे रसोई बनाने वाले का मुंह पूर्व की ओर हो।
प्रश्नः यदि घर में अग्निकोण मिलना संभव न हो तो चूल्हा किस दिशा में बनाना चाहिए?
उत्तरः पूर्व मुख्य द्वार वाले घरों के अंदर घर के वायव्य और नैर्ऋत्य दिशा में बने कमरों के आग्नेय कोने में चूल्हे बना सकते है।
प्रश्नः दक्षिण मुख्य द्वार वाले घर में आग्नेयकोण न मिले, तो चूल्हा कहां बनाना चाहिए?
उत्तरः वायव्य के कमरे में आग्नेय कोने में चूल्हा बनाकर पूर्व की ओर मुख कर के रसोई बनानी चाहिए। चूल्हे को, उत्तरी दीवार से लगे बिना, तीन इंच जगह छोड़कर एक या दो फुट चैड़ा चबूतरा पूर्वी दीवार के साथ बनाकर उस पर रख सकते है। इसके अतिरिक्त, उत्तरी दीवार से तीन इंच दूर, पूर्व की दीवार से लगे, पूर्व से दक्षिण आग्नेय तक और दक्षिण और पश्चिम दीवारों से लगे पश्चिम वायव्य तक चबूतरा बना कर उस पर भी चूल्हा रखकर रसोई बना सकते है। इस चबूतरे के नीचे खुली जगह रहनी चाहिए। चूल्हा पश्चिम को और पकाने वाले का मुंह पूर्व की ओर होना चाहिए। जो भी हो, पूर्व की दीवार में प्रकोष्ठ (आला) बनाकर उसमें चूल्हा नहीं रखना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान गृहस्वामी को रखना चाहिए।
प्रश्नःघर में बैठक किधर होनी चाहिए?
उत्तरः घर की बैठक (Drawing-Room) या रहवास का कमरा (Living-Room) प्रायः दक्षिण दिशा में रखना चाहिए।