व्यावसायिक वास्तु | Commercial Vastu
कर्मचारी आवास/चैकीदार कक्ष
Staff quarters or Chowkidar room
-चिन्हित स्थान कर्मचारियों के अस्थाई आवास या इकाई के चैकीदार आदि अथवा विक्रय विभाग आदि में कार्यरत बाहरी कार्य के कर्मचारियों आदि के उपयुक्त।
- उपयुक्त हेतु अनुपयुक्त क्षेत्र
- The indicated place is proper for the chowkidars of a temporarily built industry or for the outdoor working staff engaged in the field of the sales etc.
- The indicated place is improper for the above-mentioned purposes.
कच्चा माल भंडारण (Raw material storage)
-चिन्हित स्थान कच्चे माल के भंडारण हेतु उपयुक्त।
- The indicated place is proper for the storage of raw material.
- The indicated place is improper for the storage of raw material.
तैयार माल भंडार (Finished Goods Storage)
-चिन्हित क्षेत्र तैयार माल (बिक्री हेतु) के भंडारण के लिए श्रेष्ठ।
-चिन्हित क्षेत्र तैयार माल (बिक्री हेतु) के भंडारण के लिए अनुपयुक्त।
- The indicated place is proper for the storage of goods for sale.
- The indicated place is improper for the storage of goods for sale.
प्रशासनिक कार्यालय (Plant Office or Admn. Block)
-चिन्हित क्षेत्र इकाई के प्रशासनिक कार्यालय आदि हेतु अनुपयुक्त।
- The indicated place is proper for the Administrative Office of an industry.
- The indicated place is improper for the Administrative Office of an industry.
कारखाने में गोदाम कहां हो? कबाड़ किधर रखें?
कारखाने, उद्योग का गोदाम हमेशा नैर्ऋत्य (South-west) कोण में होना चाहिए। कारखाने का भंडार, कबाड़, कचरा, या अनुपयोगी सामान भी नैर्ऋतय कोने (Corner) वाले कमरे में रखना चाहिए। सही नैर्ऋत्य कोने के अभाव में पश्चिम एवं दक्षिण दिशा के कमरे भी गोदाम हेतु उपयोग में ले सकते है। ऐसा करने पर इन कमरों (प्रकोष्ठों) मंे रखा माल शीघ्र बिक जाएगा। याद रहे, कारखाने की चिमनी (धुंआकस) या भट्टी ईशान कोण में नहीं होनी चाहिए।
1. घर का कीमती सामान-सुवर्ण-रजत एवं नकदी रुपया, तिजोरी सदैव उत्तर दिशा में रखें, क्योंकि उत्तर दिशा का स्वामी कुबेर है। कुबेर देवताओं का खजांची है। यह कभी भी कोष खाली नहीं होने देता।
2. तिजोरी (safe) में विधिवत् पूजन किये हुए ‘कुबेर यंत्र‘ की स्थापना करनी चाहिए तथा धनतेरस के दिन इस कुबेर यंत्र का षोडशोपचार पूजन करना चाहिए। इससे धन का खजाना भरा रहता है।
3. जिन सज्जनों के पास अनेक उपाये करने पर भी रुपया एकत्रित न होता हो, उन्हें ये प्रयोग अवश्यक करना चाहिए।