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ज़ीका वायरस क्या है, यहाँ जाने इतिहास कारण लक्षण बचाव और इलाज | What is Zika Virus in Hindi, Symptoms Treatment Effects


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जीका वायरस (Zika Virus) ने पूरी दुनिया की नाक मे दम कर रखा है. क्या आप जानते है कि क्या है यह खतरनाक जीका वायरस? यह कहाँ से आया? कब आया? और क्या है इसके लक्षण? …

जीका वायरस इतिहास | Zika Virus History in Hindi

Zika Virus ये एक ऐसी बीमारी है जो की मछरों के द्वारा ही आम तोर से फैलता है. हाल ही में ही पता चला है की यदि Zika Virus की infection pregnancy के दौरान हो तो नवजात शिशु पर इसका बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है जैसे की वह शिशु जन्म दोष के साथ भी पैदा हो सकता है. ऐसी स्तिथि को Microcephaly की अवस्था भी कहते हैं. ऐसी अवस्था में नवजात बच्चे की मस्तिस्क का विकास ठीक ढंग से नहीं हो पता जिससे छोटा सर, brain damage होने की आशंका ज्यादा होती है. इसके साथ साथ अंधापन, बहरापन, दौरे और अन्य जन्मजात दोष होने की भी आशंका होती है. जिका विषाणु से Guillain Barre Syndrome होने की भी आशंका होती है, ये एक तरह की अस्थायी Paralysis है जो की आम तोर से वयस्कों में पाया जाता है, इससे आगे चलकर दुसरे neurological complication होने की भी आशंका बनी रहती है।

History of Zika Virus (जीका वायरस का इतिहास)

सबसे पहले इस बीमारी को Uganda में सन 1947 में बंदरों में पाया गया था, जब किसी Yellow Fever के ऊपर research हो रही थी. मनुष्यों में ये पहली बार ये सन 1952 में Uganda और United Republic of Tanzania में पाया गया. कुछ वर्षों के बाद ऐसी बहुत सी cases विभिन्न महादेशों जैसे Africa, America, Asia और Pacific में पाया गया. 1960 से 1980 के दौरान इंसानों में ये Asia और Africa में देखा गया, जिसमे इंसानों को mild illness से पीड़ित पाया गया.

Zika Virus Symptoms in Hindi (जीका वायरस के लक्षण)

वैसे देखा जाये तो जिका विषाणु संक्रमण के बाद से पूरी तरह फैलने के पहले के समय में ज्यादा समय तो लगता नहीं है. ये कुछ ही दिनों में पुरे शारीर में फ़ैल जाता है और मरीज़ इससे पीड़ित हो जाता है. इसके Symptoms Dengue के जैसे ही हैं, जैसे की बुखार आना, skin rashes, conjuctivitis, muscle और जोड़ों में दर्द होना, malaise और सिरदर्द होना. इसके symtom ज्यादा गंभीर नहीं होते और आम तोर से 2-7 दिन तक ही रहते हैं.

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  • यह एक तरह के मच्छर के काटने से होता है.
  • जिसमे हल्का बुखार, बेचेनी, लाल चखते (Exanthema) और आखें लाल (Conjunctivis) हो जाती है , आखोँ से पानी निकलने लगता है.
  • यह व्यक्ति के शरीर मे डेंगू, चिकनगुनिया या पीले बुखार के रूप मे होता है.
  • ऐसा 2 से 7 दिन तक होता है.
  • गर्भवती महिलाओं मे इन्फेक्शन बहुत जल्दी फैलता है, तथा अजन्मे भ्रूण पर इसका बुरा असर होता है.
  • इसके अलावा यह नवजात शिशु और उनकी माँ पर भी जल्दी असर करता है.

जिका वायरस का प्रभाव (Zika Virus Effects)

इन्फेक्शन या बीमारी छोटी हो या बड़ी होती खतरनाक है जोकि, व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से, कमजोर बना कर कार्य करने की क्षमता को कम या खत्म कर देती है. Zika Virus जिसमे, एक प्रकार के एडीज मोस्क्युटो (Aedes mosquitoes) के काटने से होती है. Zika Virus इसके वायरस डेंगू जैसे ही होते है , इसमे भी व्यक्ति को हाथ-पैर मे दर्द, बुखार, लाल दाग जैसे होते है. ऐसा वायरस अभी, बहुत ज्यादा फैल रहा है जोकि, लगभग 21 से अधिक देशो मे फैल चूका है. ख़ासकर गर्भवती महिलाओं मे, इसके लक्षण देखे जा रहे है.

Zika Virus Transmission (जीका वायरस कैसे फैलता है)

Zika virus हम इंसानों में मुख्य रूप से infected मछरों के काटने से ही फैलता है. एक किस्म के मछर हैं जिसे Aedes aegypti भी कहा जाता है जो की Aedes genus के परिवार से तालुक रखते हैं. ये मछर आम तोर से दिन के समय ही काटते हैं, खास तोर से early morning और Late afternoon या evening में. ये वही मछर हैं जिनसे अन्य रोग जैसे डेंगू , चिकुनगुनिया और पिला बुखार भी होते हैं. यौन सम्बन्ध (Sexual Intercourse) से भी ये वायरस फैलता है. ये गर्ववती माँ से अपने नवजात शिशु को भी फ़ैल सकता है delivery के समय इसलिए इस चीज़ का खास ख्याल रखना चाहिए.

Diagnosis कैसे किया जाता है

एक आदमी जिका विषाणु बीमारी से पीड़ित है या नहीं ये चीज़ उसके Symtoms से पता चलता है, और हाल ही में वो कहाँ से आया है जैसे किसी पीड़ित इलाके से तो नहीं जहाँ ये बीमारी बहुत जोरो सोरों से फ़ैली हुई हो. डॉक्टर्स उसके Zika Virus से पीड़ित होने का प्रमाण विभिन्न test लेकर पता करते हैं. जैसे Urine, Saliva or Semen के test . इससे ये पूरी तरह से प्रमाण हो जाता है की वह व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है या नहीं.

Zika Virus Treatment कैसे करें

जिका विषाणु एक ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है. ये एक Mild बीमारी है और इसे ज्यादा specific treatment देने की भी जरुरत नहीं है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित हो तब उसे ज्यादा समय rest देना चाहिए, ज्यादा पानीय जल पिलाना चाहिए यदि दर्द हो रहा है तब उसे doctor से परामर्श कर उसे उचित दवा देनी चाहिए. अगर उसके symptoms ज्यादा गंभीर हो रहे हों तब उसे नजदीकी अस्पताल में भरती कर देनी चाहिए, जिससे की वो किसी अच्छे doctor की देखरेख में रहे. मैं आप लोगों को बता दूँ की आजतक इस बीमारी के लिए कोई Vaccine नहीं बनी है.

Zika Virus Prevention (जीका वायरस से बचाव)

अगर इस बीमारी से बचना है तब हमें सबसे पहले हमें मछरों से बचना होगा क्यूँकी इस बीमारी के सबसे अच्छा और कारगर prevention मछर से बचना ही है. जितना हो सके उतना light कपडा पहनना चाहिए जो की ज्यादा से ज्यादा ढका हुआ हो. हमें अपने घर के windows में नेट लगाना चाहिए जिससे की मछर हमरे घर तक न आ सके. रात में हो सके तो मछरदानी लगाकर सोना चाहिए. घर में Insect Repellent जैसे DEET, IR3535 या icaridin का इस्तमाल करना चाहिए जिससे मछरों को बढ़ने से रोका जा सके. हमेशा हो सके तो घर के दरवाजे बंद रखने चाहिए.

बच्चे और बूढ़े जो अपना ख्याल नहीं रख सकते उन लोगों का सबसे ज्यादा ख्याल रखना चाहिए. अगर आप बहार घुमना पसंद करते हैं तो आपको ये ज्यादा ख्याल रखना चाहिए की आप अपने आपको मच्छरों के काटने से दूर रखें. घर में पुराने बाल्टी, pot, tyre, drum में पानी जमा न होने दें और हमेशा अपना आस पड़ोस यथा संभव साफ रखना चाहिए.

CDC (Centers for Disease Control and Prevention) के अनुसार जिका का इलाज करने के लिए ज्यादा आराम करे और निर्जलीकरण से बचने के लिए ज्यादा तरल पदार्थो का सेवन करे. लक्षणो का इलाज करे, एस्पिरिन का सेवन ना करे, acetaminophen दवाई का प्रयोग बुखार और दर्द को कम करता है. यदि आप किसी दुसरे इलाज के लिए दवा ले रहे है तो अपने डॉक्टर से अतिरिक्त इलाज लेने से पहले बात करे.

जिका वायरस से बचने के उपाय (Zika Virus Treatment )

कैसे बचे जीका वायरस से HOW TO PREVENT ZIKA VIRUS IN HINDI

जिस तरह हर समस्या का समाधान कही ना कही होता ही है. ठीक उसकी तरह, हर बीमारी का इलाज़ या उपचार होता है, बशर्ते है कि, किसी को उपचार जल्दी मिलता है तो, किसी का देर से. Zika Virus भी एक ऐसी बीमारी है, जिसके लिये अलग से अभी तक तो, कोई उपचार दवाई या टीका नही बन पाया है, परन्तु इसके सम्बन्ध मे, खोज निरंतर जारी है. उपाय-

  • आस-पास का वातावरण स्वच्छ रखे.
  • समय-समय पर कीटनाशक दवाइयों का छिडकाव कराये.
  • स्वच्छ धुले हुए हलके रंग के वस्त्र पहने.
  • बार-बार हाथ-पैर धोये. किसी भी प्रकार की गन्दगी ना रखे ना ही होने दे.
  • तुरन्त चिकित्सक को दिखाये और अपना सामान्य रूप से इलाज़ कराये.
  • बाहर के पेकिंग खाद्य पदार्थो का उपयोग ना करे.
  • किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरते, विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं व नवजात शिशु और उनकी माता.

WHO का Response क्या है?

WHO (World Health Organization) उन सभी देशों को support कर रही है जो की Zika Virus से पीड़ित हैं. वो इन सभी देशों को mark कर रही है और उनके लिए बेहतर प्लान बना रही है. WHO ने तो एक Framework भी start किया है जिसे कहते हैं Zika Strategic Response Framework. जिसके तेहत ये सारी चीज़ें की जा रही है.

  • ज्यादा से ज्यादा Zika Virus के treatment के लिए research करना.
  • Zika Virus और संभावित जटिलताओं की निगरानी को बढ़ाना
  • जिका विषाणु से पीड़ित देशों को expert की टीम भेजना
  • इस बीमारी से निपटने के लिए पीड़ित देशों के Health Teams से इसी विषय में बातें करना
  • इस बीमारी से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा labrotory बनाना
  • लोगों के बिच इस बीमारी को लेकर जागरूकता पैदा करना ताकि वो इसके बारे में अवगत हो सकें.

हाल ही मे ,एक न्यूज़ के माध्यम से ,भारत सरकार ने अपने स्वास्थ्य मंत्रालय को, निर्देश दिये है . जिनके तहद इस रोग के नियन्त्रण हेतु, एक एजेंसी नियुक्त की है. जिसमे दिल्ली और पुणे मे, ख़ासतौर से इसके सम्बन्ध मे प्रयोग हो रहे है. आने वाले समय मे इसके सफल परिणाम अर्थात पृथक टीके व दवाइया सामने आयेंगे।

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