वास्तु दोष शमन | Vastu Dosh Remedy
5. वृक्ष और पुष्प गुच्छ (Plants and Flowers)
वृक्ष, पौधे और पुष्प गुच्छ जीवंत शक्ति से भरपूर प्रकृति और सौंदर्य के वे अनुपम उपहार है, जो मानव सभ्यता को ऑक्सीजन प्राण वायु तो देते ही है, साथ ही घर की सुंदरता में भी चार-चांद लगा देते है। वास्तु दोष परिहार में, बीमारियों को ठीक करने में, उत्तम स्वास्थ्य संरक्षण में, वृक्ष-वनस्पतियों का महत्व सर्वाधिक है। घर, होटल या रेस्टोरेंट के प्रवेश द्वार पर सुगंधित या आकर्षित पुष्पों वाले पौधे न केवल ग्राहको को अपनी ओर खींचते है, अपितु घर, होटल और रेस्टोरेंट के ऐश्वर्य को ऐश्वर्य लक्ष्मी से मालामाल भी कर देते है।
बारहमासी पौधे एवं विभिन्न प्रकार के पुष्प-वनस्पतियां, भवन की आंतरिक साज-सज्जा के साथ-साथ, दूषित वायु मंडल को शुद्ध कर, स्वच्छ पर्यावरण की सुरक्षा प्रदान करते है। पेड़-पौधे, उद्भव, विकास एवं जीवंत शक्ति के साथ-साथ, गृहस्वामी की उन्नति के द्योतक होते है।
इतना ही नहीं, प्लास्टिक एवं अन्य साधनों से निर्मित नकली पौधे भी अच्छे फूल देते है, क्योंकि ये दिखने में नेत्रों को प्रिय लगते है। इनकी पत्तियां कभी मुरझाती नहीं है। वे पीली नहीं पड़ती। ये पौधे कभी बीमार नहीं पड़ते। इनकी पत्तियां झड़ती नहीं तथा ये कीड़े-मकोड़े एवं कचरा भी उत्पन्न नहीं करते। नकली पुष्प गुच्छों और पत्तियों को नित्य खाद, या देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती तथा ये जीवन-मरण की व्याधियों से मुक्त होते है। इसलिए कई विदेशी विद्वान नकली पेड़-पौधों, पुष्प् गुच्छों को, बैठक की आंतरिक सजावट ;प्दजमतपवत क्मबवतंजपवदद्ध में, ज्यादा से ज्यादा काम में लेते है।
6. क्रिस्टल बॉल(Crystal Ball)
क्रिस्टल बॉल का उपयोग भविष्यवक्ता केवल भविष्य देखने हेतु करते हो, ऐसा नहीं है। विदेशों में क्रिस्टल बॉल को भवन, होटल, कार्यालय के आंतरिक या बाह्य संरचना (वास्तु दोष) को सुधारने का महत्वपूर्ण माध्यम माना जाता है। इसके लगाने के उद्देश्य कांच ;डपततवतद्ध की तरह स्पष्ट है, जिसे आप पहले पढ़ चुके है।
इसे बड़े-बड़े होटल के खाने के कक्ष और स्वागत कक्ष (रिसेप्शन) पर लगाया जाता है।
7. मछली घर (Fish Bowlers)
पेड़-पौधे एवं वनस्पतियों की तरह मछली घर भी जीवन शक्ति, प्राण वायु एवं प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है। जब घर में जल तत्व की कमी प्रतीत होती है, घर या कार्यालय में फव्वारे नहीं लगाये जा सकते, तब घर या कार्यालय में वास्तु दोष के शमन हेतु मछली घर लगाया जाता है। मछली-केकड़े को चीन में (Sea Food or Fruit of the Sea) समुद्र देवता का प्रसाद मान कर बढ़े चाव से खाया जाता है। जैसे भारत में हम चावल और गेहूं को अन्न देवता कहते है, अन्न को हम पवित्र वस्तु मानते है, वैसे ही मछली घरों को विदेशों में पवित्र एवं शुभ शकून मान कर घरों में स्थापित किया जाता है। कार्यालय और दुकानों में, दुर्भाग्य एवं दुर्घटना से बचने के लिए, मछली घर लगाया जाता है। जैसे ही कोई मछली मरती है, उसे तुरंत बदल देते है, मछली घर में उठने वाले पानी के बुदबुदे जीवन शक्ति एवं फव्वारों से जल प्रवाह का संकेत देते है, जो लक्ष्मी की आवागमन हेतु, शुभता का प्रतीक है।
8. जलाशय एवं फव्वारे(Aquariums of Fountains)
बड़े भवन, होटल, बहुमंजिला भवन, व्यावसायिक भवन में जल संबंधी दोष को दूर एवं कम करने के लिए जलाशय एवं फव्वारों को व्यवस्थित कर के लगाया जाता है। जल भी जीवन का प्रतीक है। यह नेत्रों को प्रिय लगता है एवं मन को प्रफुल्लित करता है। यह बाहरी हवा में, गर्मी को दूर कर, नमी पैदा करता है त था, मनुष्य के मन की भीतरी उद्धिगनता को दूर कर, उसको ठंडक और मानसिक शीतलता प्रदान करता है।
चीनी भाषा में वास्तु शास्त्र को फेंग सुई (Fenjhg-Shui) कहा गया है, जो दो शब्दों का सम्मिश्रण (wind-water) है, जिसका शाब्दिक अर्थ जल एवं वायु है।
जल को मध्य एशिया में धन का प्रतीक माना गया है एवं वायु को प्राण का प्रतीक। फेंग सुई (Feng-Shui) का भावात्मक अर्थ है जल तत्व और वायु तत्व के द्वारा भवन में धन संग्रह को बढ़ाना (Blowing away money through wind & water) इसलिए मध्य एशिया के ऊंचे भवनों, बहुमंजिली इमारतों, पंचतारा होटल और रेस्टोरेंट में धनागमन के प्रतीक फव्वारों एवं जलाशयों को बड़ी सूझ-बूझ के साथ बनाया जाता है। जल निष्कासन, प्राकृतिक पानी के बहाव (ढलान) पर विशेष ध्यान दिया जाता है क्यांेकि यदि पानी का निकास गलत ढंग से हो गया, तो घर, होटल, रेस्टोरेंट का सारा रुपया गलत ढंग से चला जाएगा।