संक्षेपण
हींग का सेवन करने से हाजमा ठीक रहता है।
गर्मियों में हींग के सेवन से परहेज करना चाहिए।
भोजन और सेहत दोनों के लिए उपयोगी है हींग।
हींग दांत के कीड़े और सड़न को भी दूर करती है।
         हींग कई बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आंखों की बीमारी होने पर हींग का सेवन करना चाहिए। हींग बहुत ही अच्छा पाचक चूर्ण है। हींग को असाफोटीडा भी कहते हैं। भारतीय रसोई में हींग की अपनी खास जगह है। हींग की तेज खुशबू व्यंजन में एक अलग जायका लाती है। इसे तड़का लगाने या अचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी औषधीय विशेषता भी है।
         हींग पेट में गैस होने पर, सूजन पर, विरेचक औषधि के रूप में भी कारगर होती है। यह विचार शक्ति बढ़ाती है और उपशामक भी है। हींग अपच, उदरशूल, अजीर्ण दंात दर्द जुकाम खांसी सर्दी के कारण सिरदर्द बिच्छू, बर्र आदि के जहरीले प्रभाव और जलन को कम करने में काम आती है। दिमाग की बीमारियों काम इलाज हींग के प्रयोग से होता है। हींग कान के रोगो में भी फायदेमंद है। हींग कफ और वात को ठीक करती है। आइए हम आपको हींग के औषधीय गुणों की जानकारी देते हैं।
हींग के लाभ
दांत में कीड़ा लग जाने पवर रात में सोते वक्त दांतो में हींग दबाकर साएं। ऐसा करने से कीड़े अपने-आप निकल जाएंग।
कांटा चुभने पर उस स्थान पर हींग का घोलव भर दीजिए। इससे पीड़ा भी समाप्त होगी और कांटा अपने आप निकल जाएगा।
दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों के लिए हींग बहुत फायदेमंद है। चर्म रोग होने पर हींग को पानी में घिसकर लगाने से फायदा होता है।
बवासीर की समस्या पर हींग का प्रयोग करना फायदेमंद होता है। बवासीर होने पर हींग का लेप लगाने से बवासीर में आराम मिलता है।
कब्ज होने पर हींग के चूर्ण में थोड़ा सा मीठा सोडा मिलाकर रात में सोने से पहले लीजिए। इससे पेट साफ हो जाएगा।
पेट में दर्द व ऐंठन होने पर अजवाइन और नमक के साथ हींग का सेवन करने से फायदा होता है।
पेट में कीड़े हो जाने पर हींग को पानी में घोलकर एनिमा लेने से पेट के कीड़े शीघ्र निकल आते हैं।
अगर किसी खुले जख्म पर कीड़े पड़ गए हों तो, उस जगह पर हींग का चूर्ण लगाने से कीड़े समाप्त हो जाते हैं।
खाने से पहले घी में भुनी हुई हींग एवं अदरक का एक टुकड़ा मक्खन के साथ में लेने से भूख ज्यादा लगती है।
पीलिया होने पर हींग को गूलर के सूखे फलों के साथ खाना चाहिए। पीलिया होने पर हींग को पानी में घिसकर आंखों पर लगाने से फायदा होता है।
कान में दर्द होने पर तिल के तेल में हींग को पकाकर उस तेल की बूंदों को कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता है।
उल्टी आने पर हींग को पानी में पीसकर पेट पर लगाने से फायदा होता है।
सिरदर्द होने पर हींग को गर्म करके उसका लेप लगाने से फायदा होता है।
         हींग की प्रवृति गरम होती है इसलिए इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। थोड़ी मात्रा में तड़के के रूप में या सलाद के मसाले आदि में आप इसका सेवन नियमित रूप से कर सकते हैं।
For Asthma
Boil some leaves of vilwam..
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For Cough and Cold
Boil one teaspoon of fenugreek (Methi)..
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For Back Pain
Mix equal parts of the juice of karinochi..
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For Common Cold
This is perhaps the commonest of all..
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