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Shiva Puja Vidhi : सावन में इस विधि से करें सोमवार के दिन पूजा, भगवान भोलेनाथ होंगे प्रसन्न
सनातन परंपरा में आदि गुरु माने जाने वाले भगवान शिव (Lord Shiva) की साधना के लिए सोमवार का दिन अत्यंत ही शुभ और फलदायी माना गया है. कल्याण के देवता भगवान शिव से सुख, संपत्ति और सौभाग्य का वरदान दिलाने वाला पूजा का सरल एवं प्रभावी उपाय जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख..
Sawan 2022: भगवान शिव को सावन का महीना अतिप्रिय है और इस दौरान उनका विधि-विधान से पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
आषाढ़ माह की पूर्णिमा के बाद सावन का महीना शुरू होता है और यह पूर्णिमा 13 जुलाई है. (Guru Purnima 2022) यानि 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है. यह पूरा महीना भगवान शिव (Lord Shiv Puja) को समर्पित है और इस दौरान विधि-विधान से भगवान शिव का पूजन किया जाता है. (Sawan Somwar Vrat 2022) इससे आपकी सभी मनोकानाएं पूर्ण होंगी और मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी. सावन के महीने में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है और पहला (Somwar Vrat Pujan Vidhi) सोमवार का व्रत 18 जुलाई है. आइए जानते हैं सावन में सोमवार को किस विधि से पूजन करना चाहिए.
सावन सोमवार 2022 तिथि
इस साल सावन के महीने में चार नहीं बल्कि 5 सोमवार पड़ रहे हैं यानि इस बार सावन में 5 सोमवार का व्रत करना होगा. सावन 14 जुलाई से शुरू हो रहे हैं और पहला सोमवार 18 जुलाई है.
सावन सोमवार 2022 पूजन सामग्री
सावन के सोमवार को भगवान शिव का पूजन कर रहे हैं तो पूजन सामग्री में कच्चा दूध, गंगाजल, बेलपत्र, काले तिल, धतूरा, बेलपत्र, मिठाई आदि शामिल करें.
सावन सोमवार 2022 पूजन विधि
सावन के सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और फिर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. इसके बाद भगवान शिव का जलाभिषे करें. जलाभिषेक के लिए जल में गंगाजल और दूध मिलाएं. साथ ही शहद और शक्कर भी चढ़ाएं. फिर बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं. भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा प्रिय हैं, इसलिए पूजा करते समय इन्हें अर्पित करना ना भूलें. फिर घी का दीपक जलाएं और भगवान भोलेनाथ की अराधना करें. पूजा करते समय ‘ऊँ नमः शिवाय’ का जाप करते रहें.
- सोमवार के दिन शिवलिंग को पंचामृत से स्नान और केसरयुक्त जल चढ़ाने का बहुत महत्व है. सुख-समृद्धि की कामना के लिए इस उपाय को करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, भभूत आदि का तिलक लगाएं. इसके बाद शिवलिंग पर उलटा करके बेलपत्र या शमीपत्र चढ़ाएं. शिवलिंग अथवा भगवान शिव की मूर्ति पर बेलपत्र या शमीपत्र को चढ़ाने से पहले उसकी डंठल की ओर के मोटे भाग को तोड़ लेना चाहिए.
- सोमवार के दिन शिव पूजा में उनकी प्रिय चीजें जैसे भांग, धतूरा, बेल, पान, सुपाड़ी, इलायची, लौंग, आदि के साथ कुछ दक्षिणा जरूर चढ़ाएं.
- सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा में गंगाजल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए. मान्यता है कि महादेव को अत्यंत प्रिय माने जाने वाले गंगाजल को चढ़ाने मात्र से ही साधक की बड़ी से बड़ी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
- सोमवार के दिन भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए उनके पंचाक्षरी मंत्र ‘ॐ नम: शिवाय’ अथवा महामृत्युंजय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए.
- किसी भी देवी-देवता की पूजा में दिशा का बहुत महत्व होता है. ऐसे में भगवान शिव की पूजा करते समय इसका पूरा ख्याल रखना चाहिए. शिव की पूजा करते समय आपका मुख हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रहना चाहिए.
- मान्यता है कि सोमवार के दिन विधि-विधान से रुद्राभिषेकर करने पर साधक के जीवन से जुड़े सभी दोष, रोग, शोक दूर हो जाते हैं और उस पर हर समय शिव कृपा बरसती है. मान्यता है कि शिवलिंग का घी से रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार, भांग से रुद्राभिषेक करने पर आरोग्य की प्राप्ति, गंगाजल से अभिषेक करने पर सभी पापों एवं दु:खों से मुक्ति और गन्ने के रस से अभिषेकर करने पर सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Published: July 13, 2022 10:20 AM IST | Updated: July 13, 2022 10:20 AM IST
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