You are Here :
Home »
Ajab Gajab News »
Vaishakh Purnima 2024 Muhurt, Puja Vidhi & Mantra
Vaishakh Purnima 2024 : वैशाख पूर्णिमा शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, और महत्व करें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा, आय और सौभाग्य में होगी वृद्धि
Narasimha Jayanti 2024 हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन वैशाख पूर्णिमा मनाई जाती है। इस वर्ष 23 मई को वैशाख पूर्णिमा है। पूर्णिमा तिथि पर चंद्र देव भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से दुख और दरिद्रता दूर होती है।
वैशाख मास की पूर्णिमा 23 मई को सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत महत्व है। इस दिन भक्त भगवान विष्णु और चंद्रमा भगवान की पूजा करते हैं। साथ ही इस विशेष दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की पूजा करने से भी लाभ प्राप्त होता है। इस महीने वैशाख पूर्णिमा 23 मई, 2024 को मनाई जाएगी।
कब है वैशाख पूर्णिमा 2024? / When is Vaishakh Purnima 2024?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 22 मई, 2024 दिन बुधवार शाम 06 बजकर 47 मिनट पर वैशाख पूर्णिमा तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन 23 मई, 2024 दिन गुरुवार शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए वैशाख पूर्णिमा 23 मई, 2024 को मनाई जाएगी।
वैशाख पूर्णिमा व्रत के लाभ / Benefits of Vaishakh Purnima fast
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 मई शाम 05:40 पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 22 मई शाम 06:45 पर होगा. नरसिंह जयंती के दिन नरसिंह भगवान की उपासना संध्याकाल में की जाती है. इसलिए यह पर्व 21 मई 2024, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा. इस विशेष दिन पर पूजा का समय शाम 04:24 से शाम 07:09 के बीच रहेगा.
- पूर्णिमा हर माह में एक बार आती है।
- पूर्णिमा सुख, शांति, वैभव और समृद्धि का प्रतीक है।
- पूर्णिमा का उपवास रखने से शरीर और मन पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
- इस व्रत के माध्यम से मन और शरीर को आराम करने का अवसर मिलता है।
- पूर्णिमा के दिन कई प्रकार के अध्यात्मिक और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।
- इस दिन पूजा-अर्चना करने से घर में शुभता आती है।
- इस व्रत के प्रभाव से चंद्रमा मजबूत होता है।
- यह व्रत परम कल्याणकारी माना गया है।
करें भगवान विष्णु का अभिषेक
गीता में श्रीकृष्ण ने पीपल को अपना ही स्वरूप बताया है। इसी वजह से पूर्णिमा पर पीपल की पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का पुण्य मिलता है।
वैशाख पूर्णिमा पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद किसी ऐसे मंदिर जाएं, जहां पीपल हो। पीपल के पास आसन बिछाएं और पीपल की जड़ में जल, गाय का दूध चढ़ाएं। कुमकुम, चंदन अबीर, गुलाल, हार-फूल आदि पूजन सामग्री चढ़ाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें। पूजा के बाद पीपल की परिक्रमा करें।
वैशाख पूर्णिमा करे ये शुभ काम
- वैशाख पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और देवी महालक्ष्मी का विशेष अभिषेक करना चाहिए।
- अभिषेक दक्षिणावर्ती शंख से करें।
- दूध, शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- हार-फूल और वस्त्रों से श्रृंगार करें, चंदन का तिलक लगाएं, तुलसी के साथ मिठाई का भोग लगाएं।
- धूप-दीप जलाएं और आरती करें। ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें।
- पूर्णिमा पर जरूरतमंद लोगों को धन, अनाज, जूते-चप्पल, छाते का दान करें। किसी गौशाला में गाय को घास खिलाएं और धन का दान करें।
वैशाख पूर्णिमा के दिन करें इन देवी-देवताओं की उपासना
- शास्त्रों में बताया गया है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने से विशेष लाभ होता है और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस विशेष दिन पर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ मंत्र का जब जरूर करें और श्रीहरि स्तोत्र का पाठ करें.
- पूर्णिमा व्रत के दौरान माता लक्ष्मी की उपासना का भी विधान है. इस दिन रात्रि के समय विधि-विधान से माता लक्ष्मी की उपासना करें. ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्णिमा तिथि के दिन ही माता लक्ष्मी अवतरित हुई थीं. इस दिन ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:’ इस मंत्र का जाप जरूर करें.
- वैशाख पूर्णिमा के दिन बुद्ध पूर्णिमा पर्व मनाया जाता है. इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. कई धर्म ग्रंथो में यह बताया गया है कि भगवान बुद्ध श्री हरि के अवतार हैं. इसलिए इस दिन बुद्ध भगवान की उपासना करें और ‘ॐ मणि पदमे हुं’ इस मंत्र का जाप करें.
- पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान शिव की उपासना कभी सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस विशेष दिन पर भगवान शिव की उपासना करने से सुख-समृद्धि, सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही इस दिन भगवान शिव को दूध, दही, शक्कर, गंगाजल इत्यादि अर्पित करने से सभी दुखों से मुक्ति मिल जाती है.
- पूर्णिमा तिथि के दिन चंद्रमा अपनी सभी 16 कलाओं से पूर्ण होता है. इस दिन चंद्र देव की उपासना करने से भी विशेष लाभ मिलता है और व्यक्ति को कई प्रकार की समस्या जैसे तनाव, पारिवारिक जीवन में अनबन इत्यादि से छुटकारा मिल जाता है. साथ ही आरोग्यता का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं.
वैशाख पूर्णिमा महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से दुख और दरिद्रता दूर होती है। अगर आप आय और सौभाग्य में वृद्धि चाहते हैं, तो वैशाख पूर्णिमा के दिन पूजा के दौरान सच्चे मन से महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें। इससे जातक पर मां लक्ष्मी का कृपा बनी रहती है।
आइए पढ़ते हैं महालक्ष्मी स्तोत्र।
।।महालक्ष्मी स्तोत्र।।
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि।
सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सर्वज्ञे सर्ववरदे देवी सर्वदुष्टभयंकरि।
सर्वदु:खहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि।
मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि।
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे।
महापापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणी।
परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
श्वेताम्बरधरे देवि नानालंकारभूषिते।
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं य: पठेद्भक्तिमान्नर:।
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा।।
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम्।
द्विकालं य: पठेन्नित्यं धन्यधान्यसमन्वित:।।
त्रिकालं य: पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम्।
महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा।।
Tags:
vaishakh purnima 2024
puja vidhi
puja samah
subh yog
vaishakh purnima puja vidhi
significance of vaishakh purnima
vishnu puja vidhi
fast benefits vaishakh purnima
mahalakshmi stotram lyrics in hindi
vaishakh purnima bhagwan vishnu puja
vaishakh purnima maa lakshmi puja
vaishakh purnima 2024 Date
vaishakh purnima Shubh Muhurat
vaishakh purnima 2024 ke upay
वैशाख पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
पूजा विधि
महत्व
god and goddess puja for blessing
Published: May 20, 2020 - 06:22 | Updated: May 20, 2020 - 06:22
अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें.
For latest news and analysis in English, follow Welcomenri.com on Facebook.